NCERT कक्षा 3 हिंदी 'वीणा' के सभी 18 अध्यायों की विस्तृत पाठ योजनाएँ | Lesson Plans for Hindi Class 3 Veena | हिंदी शिक्षकों के लिए संपूर्ण गाइड: कक्षा 3 'वीणा' के सभी अध्यायों की पाठ योजनाएँ |CBSE कक्षा 3 हिंदी 'वीणा' के पाठों को पढ़ाने के लिए संपूर्ण शिक्षण योजना |

 

परिचय (Introduction)

शिक्षण को प्रभावी और रोचक बनाने के लिए अध्यायवार पाठ योजनाएँ (Lesson Plans) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मैंने कक्षा 3 की हिंदी पुस्तक "वीणा" के सभी 18 अध्यायों के लिए विस्तृत पाठ योजनाएँ तैयार की हैं, जो शिक्षकों और अभिभावकों को बच्चों की समझ, भाषा कौशल और नैतिक मूल्यों को विकसित करने में सहायता करेंगी।

प्रत्येक पाठ योजना को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह अनुभवात्मक शिक्षण, गतिविधि-आधारित अधिगम, जीवन कौशल और मूल्य-आधारित शिक्षा को प्रोत्साहित करे। इसमें विशिष्ट अधिगम परिणाम, शिक्षण रणनीतियाँ, समूह और व्यक्तिगत गतिविधियाँ, मूल्यांकन पद्धतियाँ, फीडबैक और पुनः शिक्षण रणनीतियाँ शामिल हैं।

इन पाठ योजनाओं के माध्यम से शिक्षक कक्षा में नवाचार ला सकते हैं, अभिभावक बच्चों को रोचक तरीके से सिखा सकते हैं और बच्चे सिर्फ रटने के बजाय व्यावहारिक रूप से सीख सकते हैं


 

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पाठ योजना

अध्याय 1: आनंदमयी कविता (कवि - श्रीनाथ सिंह)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह कविता बच्चों को प्रकृति से सीखने की प्रेरणा देती है। इसमें विभिन्न प्राकृतिक तत्वों जैसे फूल, भौंरे, सूर्य, लता, वृक्ष, हवा, दीपक, जलधारा आदि से प्रेरणा लेने की बात कही गई है। कविता के माध्यम से बच्चों में सद्गुण, नैतिकता, विनम्रता, करुणा और सकारात्मक सोच विकसित करने का प्रयास किया गया है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
कविता को शुद्ध उच्चारण के साथ पढ़ सकेंगे।
कविता में प्रयुक्त प्राकृतिक तत्वों और उनके गुणों को समझ सकेंगे।
नैतिक मूल्यों (जैसे - विनम्रता, परोपकार, सेवा) को पहचान सकेंगे।
सृजनात्मकता बढ़ाने के लिए कविता की पंक्तियों का अर्थ अपने शब्दों में बता सकेंगे।
कविता में प्रयुक्त नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्र-वाचन गतिविधि - बच्चों को फूल, भौंरे, सूर्य, जलधारा आदि के चित्र दिखाकर चर्चा करना।
📌 भूमिका-निभाने की गतिविधि - छात्र विभिन्न प्राकृतिक तत्वों की भूमिका निभाकर उनके गुण प्रस्तुत करें।
📌 सुनकर समझना - शिक्षकों द्वारा कविता का वाचन करके बच्चों से अर्थ निकलवाना।
📌 मंचन (Dramatization) - बच्चों को समूहों में बांटकर कविता का अभिनय करवाना।
📌 तुलनात्मक चर्चा - प्रकृति से हम किन-किन चीजों को सीख सकते हैं, इस पर चर्चा करना।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎨 चित्र बनाओ और सीखो - बच्चों से पूछें कि उन्हें कविता में सबसे अच्छी बात कौन-सी लगी और उसी का चित्र बनवाएँ।
🎭 कविता अभिनय - समूह बनाकर कविता की पंक्तियों को अभिनय के माध्यम से प्रस्तुत करना।
📝 अपनी कविता लिखो - बच्चों से पूछें कि वे प्रकृति से क्या सीखते हैं और उस पर दो पंक्तियाँ लिखवाएँ।
🔠 शब्द खोज खेल - कविता में आए नए शब्दों को खोजकर उनके अर्थ लिखवाना।
🎤 गायन प्रतियोगिता - कविता को लय में गाकर प्रस्तुत करना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 पर्यावरण अध्ययन (EVS) - पेड़-पौधों का महत्व और उनका पर्यावरण में योगदान।
✍️ हिंदी व्याकरण - कविता में प्रयुक्त संज्ञा, विशेषण और क्रिया शब्दों की पहचान।
🎭 नाटक और कला - कविता के भावों को नाटक के रूप में प्रस्तुत करना।
🎵 संगीत - कविता को लयबद्ध तरीके से गाना।
🤝 सामाजिक अध्ययन - प्रकृति से सीखे गए गुणों को दैनिक जीवन में कैसे अपनाएँ।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - सूर्य, फूल, भौंरे, नदी, दीपक आदि के चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - कविता की रिकॉर्डिंग सुनाना
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - कविता के आधार पर प्रश्नोत्तरी
🎭 रंगमंच सामग्री - अभिनय के लिए प्रॉप्स

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • कविता के माध्यम से बच्चे क्या सीख सकते हैं, इस पर चर्चा।
  • कविता की किसी भी दो पंक्तियों का अर्थ बताने को कहना।
  • बच्चों से पूछना - "आपको प्रकृति से कौन-सी बात सीखनी चाहिए?"

लिखित मूल्यांकन:

  • कविता में से कोई दो प्राकृतिक तत्वों के बारे में लिखना।
  • दिए गए शब्दों से वाक्य निर्माण करना।
  • कविता के अनुसार "दीपक" से हमें क्या सीखना चाहिए? उत्तर दें।

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • छात्रों से कहें कि वे कक्षा में एक सकारात्मक व्यवहार को अपनाएँ और उस पर अनुभव साझा करें।
  • कविता के आधार पर समूहों में विचार-विमर्श करवाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीरे सीखने वाले बच्चों के लिए:
✔️ कविता को ऑडियो रिकॉर्डिंग में सुनाना।
✔️ कविता के मुख्य शब्दों पर चर्चा और उनके चित्र बनवाना।
✔️ सहपाठी शिक्षण (Peer Learning) द्वारा मजबूत छात्रों से समझाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले बच्चों के लिए:
✔️ बच्चों को नए प्रेरणादायक दोहे बनाने के लिए कहना।
✔️ प्रकृति से प्रेरणा लेते हुए एक नई कविता लिखने के लिए प्रेरित करना।
✔️ कविता में आए विलोम और पर्यायवाची शब्दों की सूची बनवाना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ कविता की पुनरावृत्ति कराना और उसे अभिनय या नाटक के रूप में प्रस्तुत करवाना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें खाली स्थान भरने, सही क्रम में लगाने जैसे प्रश्न हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को बराबर अवसर देना - लड़के और लड़कियों दोनों को समान रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - उन्हें कविता ऑडियो फॉर्मेट में सुनाने की सुविधा देना।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - प्रत्येक छात्र की क्षमता के अनुसार गतिविधि देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - विभिन्न संस्कृतियों में प्रकृति की महत्ता पर चर्चा।

 

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पाठ योजना

अध्याय 2: चींटी (कवि - प्रकाश मनु)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह कविता "चींटी" के परिश्रम, साहस, और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है। कविता हमें सिखाती है कि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। चींटी, जो अपने छोटे आकार के बावजूद बड़े इरादे रखती है, कठिन परिस्थितियों में भी संघर्ष करती रहती है और हार नहीं मानती। बच्चों को यह पाठ मेहनत, आत्मविश्वास और निरंतर प्रयास करने की सीख देता है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
चींटी के गुणों (परिश्रम, हिम्मत, आत्मनिर्भरता) को समझ सकेंगे।
कविता को सही उच्चारण और भाव के साथ पढ़ सकेंगे।
परिश्रम के महत्व को समझकर अपने जीवन में लागू कर सकेंगे।
कविता में प्रयुक्त नए शब्दों (जैसे - इरादे, पूजा, कलाकार) के अर्थ समझकर उनका प्रयोग कर सकेंगे।
कविता के माध्यम से शब्दों की तुकबंदी और लयबद्धता को पहचान सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्र आधारित चर्चा - बच्चों को चींटियों के समूह की तस्वीरें दिखाकर चर्चा।
📌 भूमिका-निभाने की गतिविधि - बच्चों को चींटी की तरह कार्य करके कविता का भाव समझाना।
📌 सुनकर उत्तर देना - कविता का वाचन करके छात्रों से अर्थ पूछना।
📌 व्यावहारिक अनुभव - छात्रों को किसी काम में पूरी मेहनत और लगन से कार्य करने के लिए प्रेरित करना।
📌 तुलनात्मक चर्चा - चींटी की मेहनत और हमारे दैनिक जीवन में परिश्रम का महत्व समझाना।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎨 चित्र बनाओ और सीखो - बच्चों से चींटी का चित्र बनवाना और उसके गुणों के बारे में लिखवाना।
🎭 भूमिका निभाना - बच्चों को चींटियों की तरह अनुशासित होकर काम करने के लिए प्रेरित करना।
📝 निबंध लेखन - "मेहनत का महत्व" विषय पर छोटे अनुच्छेद लिखवाना।
🔠 शब्द खोज खेल - कविता में आए नए शब्दों को खोजकर उनके अर्थ लिखवाना।
🎤 गायन प्रतियोगिता - कविता को सुर में गाने की गतिविधि।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 पर्यावरण अध्ययन (EVS) - चींटियों के जीवन और उनके कार्य करने के तरीकों को समझाना।
✍️ हिंदी व्याकरण - कविता में प्रयुक्त संज्ञा, विशेषण और क्रिया शब्दों की पहचान।
🎭 नाटक और कला - चींटी की जीवनशैली पर आधारित कहानी का नाटक करना।
🎵 संगीत - कविता को लयबद्ध तरीके से गाना।
🤝 सामाजिक अध्ययन - टीम वर्क और अनुशासन का महत्व।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - चींटियों की कार्यशैली को दर्शाने वाले चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - डॉक्यूमेंट्री या वीडियो क्लिप जिसमें चींटियों के काम करने की प्रक्रिया दिखे।
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - कविता के आधार पर रिक्त स्थान भरने वाले प्रश्न।
🎭 नाट्य सामग्री - चींटी के जीवन पर आधारित छोटी स्किट।

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • कविता से बच्चों को क्या सीखने को मिला, इस पर चर्चा।
  • कविता में से कोई भी दो पंक्तियों का अर्थ बताने को कहना।
  • "आपके जीवन में मेहनत का क्या महत्व है?" इस पर बच्चों की राय लेना।

लिखित मूल्यांकन:

  • कविता के आधार पर रिक्त स्थान भरने की गतिविधि।
  • दिए गए शब्दों से वाक्य निर्माण करना।
  • "चींटी हमें क्या सिखाती है?" इस पर छोटे उत्तर लिखवाना।

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • छात्रों को कोई छोटा कार्य (जैसे - कक्षा की सफाई, चार्ट बनाना) देकर उनका परिश्रम मापना।
  • रोल प्ले - बच्चे चींटियों की तरह अनुशासित होकर एक टीम में काम करें।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ कविता को छोटे-छोटे हिस्सों में पढ़ाना और अर्थ स्पष्ट करना।
✔️ चित्र और वीडियो के माध्यम से कविता को समझाना।
✔️ सहपाठी शिक्षण (Peer Learning) द्वारा मजबूत छात्रों से समझाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "मेहनत और सफलता" विषय पर एक नई कविता लिखने को कहना।
✔️ कविता में प्रयुक्त तुकबंदी वाले शब्दों की सूची बनवाना।
✔️ चींटी के जीवन पर संक्षिप्त निबंध लिखने को प्रेरित करना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ कविता की पुनरावृत्ति कराना और उसे अभिनय या नाटक के रूप में प्रस्तुत करवाना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें खाली स्थान भरने, सही क्रम में लगाने जैसे प्रश्न हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को बराबर अवसर देना - लड़के और लड़कियों दोनों को समान रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - कविता ऑडियो फॉर्मेट में सुनाने की सुविधा देना।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - प्रत्येक छात्र की क्षमता के अनुसार गतिविधि देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - विभिन्न संस्कृतियों में परिश्रम और अनुशासन के महत्व पर चर्चा।

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पाठ योजना

अध्याय 3: कितने पैर? (लेखक - मंजुल भार्गव)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

इस पाठ में जीव-जंतुओं के पैरों की संख्या पर रोचक चर्चा की गई है। बातचीत के माध्यम से बच्चों को यह सिखाया जाता है कि कुछ जीवों के दो, चार, छह, आठ या उससे अधिक पैर होते हैं, जबकि कुछ जीवों के बिल्कुल भी पैर नहीं होते।

यह पाठ बच्चों में जिज्ञासा, अवलोकन क्षमता और तार्किक सोच विकसित करने में सहायक है। वे यह जान पाते हैं कि
पक्षी दो पैर वाले जीव (द्विपाद) होते हैं।
गाय, बकरी, कुत्ता आदि चार पैर वाले जीव (चतुष्पाद) होते हैं।
चींटी, मक्खी, तितली जैसे कीटों के छह पैर होते हैं।
मकड़ी के आठ पैर होते हैं।
केंचुआ और साँप जैसे कुछ जीव बिना पैरों के चलते हैं

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
विभिन्न जीवों के पैरों की संख्या का अवलोकन कर सकेंगे।
द्विपाद, चतुष्पाद, षट्पाद, अष्टपाद और अधिक पैरों वाले जीवों की पहचान कर सकेंगे।
जीवों की आदतों और उनके चलने के तरीकों के बारे में जान सकेंगे।
शब्दावली (जैसे - द्विपाद, चतुष्पाद, षट्पाद, अष्टपाद) को समझकर उनका सही उपयोग कर सकेंगे।
अपने परिवेश में मौजूद अलग-अलग जीवों के नाम लिख और पहचान सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्रों के माध्यम से शिक्षण - विभिन्न जीवों के चित्र दिखाकर उनकी विशेषताओं पर चर्चा।
📌 खेल-खेल में सीखना - "पैरों की संख्या के आधार पर समूह बनाओ" गतिविधि।
📌 भूमिका-निभाने की गतिविधि - बच्चे विभिन्न जीवों की तरह चलकर दिखाएँ।
📌 सुनकर उत्तर देना - शिक्षक द्वारा जीवों की चाल का वर्णन, छात्र पहचानें।
📌 अवलोकन गतिविधि - स्कूल परिसर में मौजूद जीवों की पैरों की संख्या गिनने का कार्य।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎨 चित्र बनाओ और सीखो - बच्चों को उनके पसंदीदा जीव का चित्र बनवाना और पैरों की संख्या लिखवाना।
📝 वर्गीकरण गतिविधि - बच्चों से कहें कि वे द्विपाद, चतुष्पाद और षट्पाद जीवों की सूची बनाएँ।
🔢 संख्या पहचान गतिविधि - शिक्षक कुछ जीवों के नाम बोलें और छात्र बताएँ कि उनके कितने पैर होते हैं।
🎭 नाट्य गतिविधि - बच्चे विभिन्न जीवों की तरह चलकर उनकी चाल का प्रदर्शन करें।
🧩 पहेली हल करें - "आगे तीतर, पीछे तीतर, बोलो कितने तीतर?" जैसी पहेलियों का उत्तर देना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 पर्यावरण अध्ययन (EVS) - विभिन्न जीवों और उनके पैरों की संख्या पर चर्चा।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, विशेषण और गिनती से जुड़े शब्दों पर ध्यान देना।
🎭 नाटक और कला - बच्चों को विभिन्न जीवों की चाल का अभिनय करने के लिए कहना।
🎵 संगीत - जीव-जंतुओं पर आधारित गीत गवाना।
🤝 सामाजिक अध्ययन - समूह में कार्य करने की क्षमता और तार्किक सोच को विकसित करना।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - विभिन्न जीव-जंतुओं के चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - जीवों की चाल और उनके व्यवहार से संबंधित वीडियो
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - "सही विकल्प चुनो", "रिक्त स्थान भरें" जैसी गतिविधियाँ
🎭 रंगमंच सामग्री - जीवों की भूमिका निभाने के लिए मास्क या हेडबैंड

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "किस जीव के कितने पैर होते हैं?" पर चर्चा।
  • जीव-जंतुओं के नाम बताने और उनकी चाल का वर्णन करने को कहना।
  • छात्रों से पूछना - "क्या सभी जीव पैरों से चलते हैं?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरें" गतिविधि - द्विपाद, चतुष्पाद, षट्पाद, अष्टपाद का सही उपयोग।
  • "नीचे दिए गए जीवों की पैरों की संख्या लिखो" - (कुत्ता, चींटी, मकड़ी, घोड़ा, केंचुआ)।
  • "पढ़ो और उत्तर दो" - केंचुआ और साँप कैसे चलते हैं?

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से स्कूल परिसर में घूमकर जीवों की पैरों की संख्या नोट करवाना।
  • बच्चों को जीवों की चाल की नकल करने को कहना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ जीवों के चित्र और वीडियो दिखाकर चर्चा करना।
✔️ खेल-खेल में शिक्षण - "कौन कितने पैरों वाला?" खेल के माध्यम से सीखाना।
✔️ सरल भाषा में दोहराव और पुनरावृत्ति द्वारा समझाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "एक नया जीव सोचो और उसकी विशेषताएँ लिखो" गतिविधि।
✔️ विभिन्न जीवों की गति और चाल पर विस्तृत चर्चा करना।
✔️ "तुम किस जीव के समान चलना पसंद करोगे?" इस पर निबंध लिखवाना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ कविता, खेल और नाटक के माध्यम से पाठ को रोचक बनाना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - वीडियो, चित्र और सरल भाषा का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार भूमिका देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - विभिन्न संस्कृतियों में जीव-जंतुओं की उपयोगिता पर चर्चा।

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पाठ योजना

अध्याय 4: बया – हमारी नन्ही रानी! (कवि - महादेवी वर्मा)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह कविता बया पक्षी की मेहनत, लगन और मातृत्व प्रेम को दर्शाती है। इसमें बताया गया है कि कैसे बया नरम तिनकों से सुंदर घोंसला बनाती है, दाने और पानी का प्रबंध करती है, अंडे सेती है और फिर अपने बच्चों की देखभाल करती है।

कविता सहनशीलता, आत्मनिर्भरता और माता-पिता के प्रेम का संदेश देती है।
यह बच्चों में पक्षियों के प्रति प्रेम और संवेदनशीलता विकसित करने में सहायक है।
कविता में लयबद्धता और तुकबंदी बच्चों के भाषा विकास में सहायक होती है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
कविता को शुद्ध उच्चारण और भाव के साथ पढ़ सकेंगे।
बया पक्षी की विशेषताओं को पहचान सकेंगे।
घोंसला बनाने की प्रक्रिया को समझकर, उसमें उपयोग होने वाली वस्तुओं की पहचान कर सकेंगे।
कविता में प्रयुक्त नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।
तुकबंदी वाले शब्दों को पहचान सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्रों के माध्यम से शिक्षण - बया के घोंसले, उसके अंडे और चूज़ों के चित्र दिखाना।
📌 सुनकर उत्तर देना - शिक्षक द्वारा कविता का वाचन और छात्रों से अर्थ पूछना।
📌 भूमिका निभाने की गतिविधि - बच्चों को बया के कार्यों की नकल करवाना।
📌 अवलोकन गतिविधि - स्कूल परिसर में पक्षियों के घोंसलों को देखना और उनकी विशेषताओं पर चर्चा।
📌 तुलनात्मक चर्चा - बया के घोंसले और अन्य पक्षियों के घोंसलों में अंतर की पहचान।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎨 चित्र बनाओ और सीखो - बच्चों को बया पक्षी और उसके घोंसले का चित्र बनवाना।
📝 रचनात्मक लेखन - "यदि मैं बया होता/होती, तो..." पर छोटा निबंध लिखवाना।
🔠 शब्द खोज खेल - कविता में आए नए शब्दों को खोजकर उनके अर्थ लिखवाना।
🎭 नाट्य गतिविधि - बया के घोंसला बनाने, अंडे सेने और बच्चों की देखभाल करने की गतिविधि करवाना।
🧩 पहेली हल करें - कविता से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 पर्यावरण अध्ययन (EVS) - पक्षियों के जीवन और उनके घोंसलों पर चर्चा।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, विशेषण और क्रिया शब्दों की पहचान।
🎭 नाटक और कला - बया के जीवन पर आधारित छोटी स्किट तैयार करना।
🎵 संगीत - कविता को लयबद्ध तरीके से गाना।
🤝 सामाजिक अध्ययन - माता-पिता के देखभाल करने की भावना पर चर्चा।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - बया के घोंसले और बच्चों के चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - बया की डॉक्यूमेंट्री या वीडियो
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - कविता के आधार पर रिक्त स्थान भरने वाले प्रश्न।
🎭 रंगमंच सामग्री - पक्षी का मास्क या घोंसला बनाने की सामग्री।

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • कविता में बच्चों को क्या सीखने को मिला, इस पर चर्चा।
  • कविता में से कोई भी दो पंक्तियों का अर्थ बताने को कहना।
  • "पक्षियों के बिना हमारा जीवन कैसा होगा?" इस पर बच्चों की राय लेना।

लिखित मूल्यांकन:

  • कविता के आधार पर रिक्त स्थान भरने की गतिविधि।
  • दिए गए शब्दों से वाक्य निर्माण करना।
  • "बया हमें क्या सिखाती है?" इस पर छोटे उत्तर लिखवाना।

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से बया का घोंसला बनाने के लिए कागज और तिनकों का उपयोग करवाना।
  • बच्चों को पक्षी संरक्षण से संबंधित पोस्टर बनवाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ कविता को छोटे-छोटे हिस्सों में पढ़ाना और अर्थ स्पष्ट करना।
✔️ चित्र और वीडियो के माध्यम से कविता को समझाना।
✔️ सहपाठी शिक्षण (Peer Learning) द्वारा मजबूत छात्रों से समझाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "बया और अन्य पक्षियों की तुलना" पर निबंध लिखने को कहना।
✔️ कविता में प्रयुक्त तुकबंदी वाले शब्दों की सूची बनवाना।
✔️ "एक दिन बया के रूप में" पर कल्पनात्मक कहानी लिखने के लिए कहना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ कविता की पुनरावृत्ति कराना और उसे अभिनय या नाटक के रूप में प्रस्तुत करवाना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - वीडियो, चित्र और सरल भाषा का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार भूमिका देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - विभिन्न संस्कृतियों में पक्षियों के महत्व पर चर्चा।

 

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पाठ योजना

अध्याय 5: आम का पेड़ (लेखक - अज्ञात)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह कहानी "आम के पेड़" के महत्व और उसकी देखभाल के बारे में है। इसमें सौरभ नामक बालक की कहानी है, जिसे आम बहुत पसंद होते हैं। वह अपने बगीचे में आम की गुठली बोता है, लेकिन जल्द ही धैर्य खो बैठता है। बाद में, बारिश के कारण बीज अंकुरित हो जाता है और वह बहुत खुश होता है।

यह कहानी धैर्य, प्रकृति के प्रति प्रेम और देखभाल की भावना विकसित करती है।
बच्चों को वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण का महत्व समझने में मदद करती है।
कहानी के माध्यम से परिश्रम और धैर्य के महत्व को समझाया गया है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
पेड़ लगाने और उनकी देखभाल के महत्व को समझ सकेंगे।
पेड़ों से मिलने वाले लाभों को पहचान सकेंगे।
बीज से पेड़ बनने की प्रक्रिया को समझ सकेंगे।
कहानी में प्रयुक्त नए शब्दों (जैसे - अंकुर, गुठली, देखभाल) के अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।
धैर्य और प्रकृति प्रेम का महत्व सीख सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्रों के माध्यम से शिक्षण - बीज, पौधा, वृक्ष के चित्र दिखाकर चर्चा।
📌 खेल-खेल में सीखना - "एक बीज से पेड़ तक" गतिविधि करवाई जाए।
📌 भूमिका निभाने की गतिविधि - बच्चों को वृक्षारोपण प्रक्रिया को अभिनय के माध्यम से समझाना।
📌 सुनकर उत्तर देना - शिक्षक कहानी पढ़ें और बच्चे उसका सारांश सुनाएँ।
📌 अवलोकन गतिविधि - बच्चों से कहें कि वे स्कूल या घर के आसपास लगे पेड़ों का निरीक्षण करें।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎨 चित्र बनाओ और सीखो - बच्चों को "पेड़ उगाने की प्रक्रिया" का चित्र बनवाना।
📝 रचनात्मक लेखन - "अगर मैं एक पेड़ होता/होती..." विषय पर निबंध लिखवाना।
🔠 शब्द खोज खेल - कहानी में आए नए शब्दों को खोजकर उनके अर्थ लिखवाना।
🌱 वृक्षारोपण गतिविधि - कक्षा में छोटे-छोटे पौधे लगवाना और बच्चों से उनकी देखभाल करवाना।
🎭 नाट्य गतिविधि - "पेड़ कैसे बड़ा होता है?" पर एक छोटा नाटक करवाना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 पर्यावरण अध्ययन (EVS) - पेड़ों के जीवन चक्र और उनके महत्व पर चर्चा।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, क्रिया और विशेषण शब्दों की पहचान करना।
🎭 नाटक और कला - वृक्षारोपण प्रक्रिया को अभिनय के माध्यम से समझाना।
🎵 संगीत - पर्यावरण संरक्षण पर आधारित गीत गवाना।
🤝 सामाजिक अध्ययन - समाज में वृक्षों की उपयोगिता और उनका महत्व।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - बीज, पौधे और पेड़ के विकास के चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - वृक्षारोपण पर डॉक्यूमेंट्री या वीडियो
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - कहानी के आधार पर रिक्त स्थान भरने वाले प्रश्न।
🎭 रंगमंच सामग्री - पौधा, पानी, मिट्टी आदि के प्रतीकात्मक उपयोग के लिए सामग्री।

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "पेड़ लगाने से हमें क्या लाभ मिलते हैं?" इस पर चर्चा।
  • "यदि हम पेड़ न लगाएँ, तो क्या होगा?" बच्चों से विचार साझा करने के लिए कहना।
  • कहानी के आधार पर सौरभ की सबसे अच्छी सीख पर चर्चा करवाना।

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरें" गतिविधि - "पेड़ हमें ___ देते हैं।"
  • "नीचे दिए गए शब्दों का सही प्रयोग करके वाक्य बनाओ" - अंकुर, गुठली, देखभाल।
  • "कहानी के आधार पर सही और गलत का मिलान करो।"

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • छात्रों को एक पौधा लगाने और उसकी देखभाल करने के लिए कहना।
  • बच्चों को वृक्षों की सुरक्षा और संरक्षण पर पोस्टर बनवाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ वृक्षारोपण प्रक्रिया के स्टेप बाय स्टेप चित्र दिखाना।
✔️ खेल-खेल में शिक्षण - "बीज से पेड़ तक" गतिविधि करवाई जाए।
✔️ कहानी को छोटे-छोटे भागों में पढ़ाना और अर्थ स्पष्ट करना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "पेड़ों के बिना जीवन" विषय पर निबंध लिखने को कहना।
✔️ पेड़ों की देखभाल पर आधारित सवाल-जवाब गतिविधि करवाई जाए।
✔️ "अपना छोटा बगीचा बनाओ" गतिविधि के लिए प्रेरित करना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ कक्षा में वृक्षारोपण अभियान चलाना और बच्चों को भाग लेने के लिए प्रेरित करना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - वीडियो, चित्र और सरल भाषा का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार भूमिका देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - विभिन्न संस्कृतियों में पेड़ों के महत्व पर चर्चा।

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पाठ योजना

अध्याय 6: बीरबल की खिचड़ी (लेखक - अकबर-बीरबल कथा)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह कहानी अकबर और बीरबल के बीच होने वाली बुद्धिमानी और चतुराई से जुड़ी एक रोचक घटना पर आधारित है। इसमें एक गरीब व्यक्ति को अकबर एक असंभव सी चुनौती देते हैं - पूरी रात ठंडे पानी में खड़े रहने की। व्यक्ति यह कर दिखाता है, लेकिन अकबर उसे इनाम देने से मना कर देते हैं।

बीरबल की चतुराई से यह सिद्ध होता है कि गरीब व्यक्ति का तर्क सही था और अंततः अकबर को अपनी गलती का एहसास होता है।

यह कहानी न्याय, बुद्धिमानी और समस्या समाधान की सीख देती है।
बच्चों को तार्किक सोच और नैतिक मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करती है।
प्रभावी संवाद और कथानक की समझ विकसित करने में मदद करती है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
कहानी का सारांश अपने शब्दों में कह सकेंगे।
बुद्धिमानी और न्याय के महत्व को समझ सकेंगे।
कहानी में आए नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।
संवाद लेखन और रोल प्ले जैसी गतिविधियों में भाग ले सकेंगे।
कहानी में निहित शिक्षा और नैतिक मूल्यों को अपने जीवन में लागू कर सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्र-वाचन गतिविधि - अकबर, बीरबल और गरीब व्यक्ति के चित्र दिखाकर चर्चा।
📌 भूमिका निभाने की गतिविधि - छात्रों से कहानी का नाट्य रूपांतरण करवाना।
📌 सुनकर उत्तर देना - शिक्षक कहानी पढ़ें और बच्चे उसका सारांश सुनाएँ।
📌 समस्या समाधान चर्चा - "अगर आप बीरबल की जगह होते तो क्या करते?" इस पर चर्चा।
📌 निर्णय लेने की गतिविधि - छात्रों को नैतिक दुविधा वाले परिदृश्य देकर उनके विचार जानना।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎭 नाटक प्रस्तुत करना - "बीरबल की खिचड़ी" कहानी का मंचन करवाना।
📝 संवाद लेखन - कहानी के पात्रों के बीच नया संवाद तैयार करवाना।
🔠 शब्द खोज खेल - कहानी में आए कठिन शब्दों को पहचानना और उनके अर्थ लिखवाना।
🎨 चित्र बनाओ और कहानी कहो - छात्रों से कहानी का कोई दृश्य बनवाना।
🤔 न्याय पर चर्चा - "क्या अकबर का निर्णय सही था?" इस पर वाद-विवाद करवाना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 सामाजिक अध्ययन - ऐतिहासिक चरित्र (अकबर और बीरबल) पर चर्चा।
✍️ हिंदी व्याकरण - विलोम शब्द, पर्यायवाची शब्द और संज्ञा-विशेषण पहचानना।
🎭 नाटक और कला - संवादों के आधार पर नाटक तैयार करना।
🎵 संगीत - संवादों को गीतों के रूप में प्रस्तुत करना।
🤝 नैतिक शिक्षा - न्याय, बुद्धिमानी और तर्कशीलता पर चर्चा।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - अकबर, बीरबल, गरीब व्यक्ति और जल में खड़े व्यक्ति के चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - अकबर-बीरबल पर आधारित वीडियो
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - कहानी के आधार पर सही और गलत पहचानना।
🎭 रंगमंच सामग्री - नाटकीय प्रस्तुति के लिए वस्त्र और सामान।

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • कहानी के पात्रों के बारे में चर्चा।
  • "बीरबल ने गरीब व्यक्ति की मदद कैसे की?" इस पर छात्रों की राय।
  • "यदि तुम बीरबल होते, तो तुम क्या करते?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरें" - अकबर और बीरबल से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य।
  • "नीचे दिए गए शब्दों के सही विलोम लिखो।"
  • "कहानी में दिए गए संवादों को सही क्रम में लगाओ।"

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • छात्रों से नाटक का मंचन करवाना।
  • कहानी का सारांश लिखवाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ कहानी को छोटे-छोटे हिस्सों में पढ़ाना और अर्थ स्पष्ट करना।
✔️ चित्रों और वीडियो के माध्यम से कहानी को समझाना।
✔️ कहानी के कठिन शब्दों की सूची बनवाकर दोहराना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "बीरबल के अन्य किस्से" पढ़ने के लिए प्रेरित करना।
✔️ न्याय से जुड़ी किसी और कहानी का नाट्य रूपांतरण तैयार करवाना।
✔️ "न्याय और चतुराई" विषय पर निबंध लिखने को देना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ कहानी की पुनरावृत्ति कराना और इसे अभिनय के रूप में प्रस्तुत करवाना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - वीडियो, चित्र और सरल भाषा का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार भूमिका देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - ऐतिहासिक संदर्भों को आधुनिक संदर्भों से जोड़ना।

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पाठ योजना

अध्याय 7: मित्र को पत्र (लेखक - पत्र लेखन अभ्यास)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह पाठ पत्र लेखन का अभ्यास करवाने के लिए लिखा गया है। इसमें एक लड़का रूपम अपने मित्र अभिषेक को गर्मी की छुट्टियों के अनुभव के बारे में पत्र लिखता है। वह अपने नाना-नानी के घर गुवाहाटी जाने और वहाँ के प्रसिद्ध स्थानों जैसे कामाख्या मंदिर, उमानंद मंदिर, ब्रह्मपुत्र नदी और माजुली द्वीप के बारे में जानकारी देता है।

यह पाठ पत्र लेखन की शैली और संरचना को समझाने में मदद करता है।
बच्चों को अपने विचारों को लिखित रूप में अभिव्यक्त करने की प्रेरणा देता है।
मित्रता, यात्रा और खेलकूद का महत्व सिखाता है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
पत्र लेखन का सही प्रारूप और शिष्टाचार सीख सकेंगे।
गर्मी की छुट्टियों और यात्रा से जुड़ी बातें व्यक्त कर सकेंगे।
असम और गुवाहाटी के प्रमुख स्थानों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
शब्दावली और व्याकरण (जैसे - संयुक्‍त अक्षर, संज्ञा, विशेषण) को समझेंगे।
स्वयं एक पत्र लिखने की क्षमता विकसित कर सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 पत्र का मौखिक वाचन - शिक्षक पत्र पढ़ें और छात्र सुनकर समझें।
📌 पत्र लेखन गतिविधि - बच्चों से अपने मित्र को पत्र लिखने को कहना।
📌 चित्रों के माध्यम से सीखना - गुवाहाटी, कामाख्या मंदिर, ब्रह्मपुत्र नदी के चित्र दिखाना।
📌 संदेश लेखन अभ्यास - छात्रों को छोटे-छोटे संदेश लिखने को कहना।
📌 भूमिका निभाना - दो छात्रों के बीच पत्र लेखन का संवाद करवाना।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

✍️ पत्र लिखो - बच्चों को अपने मित्र, माता-पिता या शिक्षक को पत्र लिखवाना।
🖼 यात्रा अनुभव साझा करें - छात्र अपने पसंदीदा यात्रा अनुभव पर चर्चा करें।
📍 नक्शा गतिविधि - भारत का नक्शा दिखाकर असम और गुवाहाटी की पहचान करवाना।
📜 सही क्रम लगाओ - पत्र के अलग-अलग हिस्सों को मिलाकर सही क्रम में लगवाना।
🎭 संवाद खेल - एक छात्र पत्र लिखे और दूसरा उसे पढ़कर प्रतिक्रिया दे।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 सामाजिक अध्ययन - असम, गुवाहाटी और भारत के प्रमुख धार्मिक स्थानों की जानकारी।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, विशेषण, संयुक्‍त अक्षर, विराम चिह्नों का अभ्यास।
🎭 नाटक और संवाद - पत्र का संवाद के रूप में प्रस्तुतिकरण।
🎵 संगीत - असम के लोकगीतों की जानकारी देना।
🤝 जीवन कौशल - मित्रता और यात्रा के दौरान अनुशासन और अनुभव साझा करना।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🗺 भारत का नक्शा - असम और गुवाहाटी दिखाने के लिए।
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - असम के पर्यटन स्थलों का वीडियो।
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - पत्र लेखन से जुड़े प्रश्न-उत्तर।
🎭 संवाद पत्र खेल - बच्चों के बीच पत्र लेखन संवाद करवाना।

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "पत्र में कौन-कौन से स्थानों का वर्णन किया गया है?"
  • "रूपम अपने मित्र को पत्र क्यों लिख रहा है?"
  • "तुम्हें कौन सा पर्यटन स्थल सबसे अच्छा लगा?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरें" - पत्र के आधार पर सही उत्तर चुनना।
  • "पत्र लेखन अभ्यास" - किसी यात्रा पर अपने अनुभव लिखवाना।
  • "सही क्रम में लगाएँ" - पत्र के विभिन्न भागों को सही क्रम में लगाना।

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से उनके मनपसंद यात्रा अनुभव पर पत्र लिखवाना
  • समूह में छात्रों को एक-दूसरे को पत्र लिखवाकर पढ़वाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ पत्र के मुख्य अंश को दोहराना और सरल भाषा में समझाना।
✔️ चित्रों और वीडियो की मदद से पत्र की जानकारी देना।
✔️ छोटे-छोटे वाक्यों में पत्र लिखवाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ अपने मित्र को असम के किसी अन्य स्थान पर आमंत्रित करने वाला पत्र लिखवाना।
✔️ पत्र के विभिन्न प्रकारों (औपचारिक, अनौपचारिक) पर चर्चा करना।
✔️ "अगर तुम रूपम होते, तो तुम अपने मित्र को क्या लिखते?" पर निबंध लिखवाना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ पत्र लेखन अभ्यास को रोचक बनाने के लिए खेल और संवाद आधारित गतिविधियाँ करवाई जाएँ।
✔️ पत्र के सही प्रारूप और शिष्टाचार पर चर्चा हो।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - ऑडियो सामग्री का उपयोग।
📜 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार कार्य देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - पत्र लेखन को विभिन्न संस्कृतियों से जोड़ना।

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पाठ योजना

अध्याय 8: चतुर गीदड़ (एकांकी)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह नाटक "चतुर गीदड़" की चतुराई और जीवों के आपसी संबंधों पर आधारित है। कहानी में एक मगरमच्छ, एक कछुआ, और एक गीदड़ हैं। मगरमच्छ तालाब की सारी मछलियाँ खा जाता है और अब उसे भूख लगी है। कछुआ गीदड़ को तालाब की ओर लाने की योजना बनाता है, लेकिन गीदड़ की चतुराई से उसकी जान बच जाती है।

यह नाटक बच्चों को चतुराई, सूझबूझ और संकट में सही निर्णय लेने की प्रेरणा देता है।
बच्चों में प्रभावी संवाद, मंचन कौशल और समूह में काम करने की क्षमता को बढ़ाता है।
इस कहानी के माध्यम से बच्चों को परिस्थितियों को सही तरह से परखने और बुद्धिमानी से काम लेने की सीख मिलती है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
नाटक में आए पात्रों की विशेषताओं को समझ सकेंगे।
चतुराई और संकट प्रबंधन के बारे में सीख सकेंगे।
संवाद और अभिनय के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति को निखार सकेंगे।
कहानी में प्रयुक्त नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।
नाटक को प्रस्तुत करने और उसे मंचन के लिए तैयार करने की कला सीख सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्रों के माध्यम से शिक्षण - नाटक के पात्रों के चित्र दिखाकर चर्चा करना।
📌 भूमिका निभाने की गतिविधि - बच्चों से नाटक का अभिनय करवाना।
📌 सुनकर उत्तर देना - शिक्षक संवाद पढ़ें और छात्र उत्तर दें।
📌 तुलनात्मक चर्चा - "क्या होता यदि गीदड़ चतुर न होता?" इस पर चर्चा।
📌 समस्या समाधान गतिविधि - "अगर तुम गीदड़ होते तो क्या करते?"

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎭 नाटक का मंचन - बच्चों को कहानी के पात्रों का अभिनय करने को कहना।
📝 संवाद लेखन - बच्चों से नए संवाद लिखवाना।
🤔 कथानक विस्तार - "अगर कहानी का अंत बदलना हो तो तुम क्या करोगे?"
🎨 चित्र बनाओ - मगरमच्छ, कछुआ, और गीदड़ का चित्र बनवाना।
📜 सही क्रम में लगाओ - कहानी के विभिन्न हिस्सों को सही क्रम में लगाने की गतिविधि।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 पर्यावरण अध्ययन (EVS) - तालाब में रहने वाले जीवों पर चर्चा।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, विशेषण, क्रिया और संवाद लेखन।
🎭 नाटक और कला - संवाद बोलने और अभिनय करने का अभ्यास।
🎵 संगीत - कहानी से संबंधित गीत गवाना।
🤝 नैतिक शिक्षा - संकट में सही निर्णय लेने और चतुराई दिखाने का महत्व।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - नाटक के पात्रों के चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - संवाद बोलने की वीडियो रिकॉर्डिंग
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - सही उत्तर पहचानो, रिक्त स्थान भरो
🎭 रंगमंच सामग्री - मंचन के लिए मुखौटे और वेशभूषा

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "कहानी के सबसे चतुर पात्र कौन थे?"
  • "मगरमच्छ को भोजन क्यों नहीं मिला?"
  • "अगर गीदड़ की जगह तुम होते तो क्या करते?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरो" - संवादों के सही शब्दों को पहचानना।
  • "सही और गलत का मिलान" - कहानी से जुड़े तथ्यों की पहचान।
  • "संवाद पूरा करो" - अधूरे संवादों को पूरा करना।

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से कहानी का मंचन करवाना।
  • संवादों को सही उच्चारण के साथ पढ़वाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ छोटे-छोटे संवाद देकर अभ्यास करवाना।
✔️ चित्रों और वीडियो की मदद से कहानी समझाना।
✔️ संवादों को बार-बार पढ़वाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ नए संवाद बनाने और लिखने को कहना।
✔️ "अगर कहानी का अंत बदलना हो तो तुम क्या करोगे?" इस पर लेखन गतिविधि।
✔️ संवादों को नए तरीके से प्रस्तुत करने के लिए कहना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ नाटक का मंचन करवाना और सभी को भाग लेने का अवसर देना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - संवादों को सरल भाषा में समझाना।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार कार्य देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - लोक कथाओं और कहानियों को साझा करना।

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पाठ योजना

अध्याय 9: फूलदेई (लेखक - अज्ञात)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

"फूलदेई" उत्तराखंड का एक प्रसिद्ध लोक पर्व है, जिसमें बच्चे घर-घर जाकर फूल बिखेरते हैं और मंगल कामनाएँ करते हैं। इस पाठ में पर्व से जुड़ी रिवाज, प्रकृति प्रेम और सांस्कृतिक विरासत की झलक मिलती है।

यह पाठ बच्चों को भारतीय लोक संस्कृति और त्योहारों के महत्व से परिचित कराता है।
प्रकृति और सामाजिक सद्भाव के प्रति आदर और प्रेम की भावना विकसित करता है।
बच्चों को समूह में कार्य करने और दूसरों की भलाई की कामना करने की प्रेरणा देता है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
"फूलदेई" पर्व के महत्व और परंपराओं को समझ सकेंगे।
भारतीय लोक संस्कृति और त्योहारों के बारे में ज्ञान प्राप्त करेंगे।
पर्यावरण और वृक्षारोपण की महत्ता को पहचान सकेंगे।
कहानी में प्रयुक्त नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।
सामाजिक कार्यों में सहयोग और सद्भाव की भावना विकसित कर सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्रों के माध्यम से शिक्षण - फूलदेई पर्व के चित्र दिखाकर चर्चा।
📌 भूमिका निभाने की गतिविधि - बच्चों को त्योहार मनाने की प्रक्रिया दिखाने के लिए प्रेरित करना।
📌 गीत और नृत्य - फूलदेई से जुड़े लोकगीत गवाना।
📌 सामूहिक गतिविधि - छात्रों को मिलकर कक्षा में "फूल अर्पण" करने का अनुभव देना।
📌 अवलोकन गतिविधि - "अपने क्षेत्र के त्योहार" पर चर्चा कराना।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🌸 फूल सजाओ - बच्चे कक्षा में रंग-बिरंगे फूल सजाएँ।
🎭 नाटक प्रस्तुत करना - फूलदेई पर्व की परंपरा का नाटकीय मंचन करवाना।
📝 अनुच्छेद लेखन - "मुझे कौन-सा त्योहार पसंद है और क्यों?" पर लेखन गतिविधि।
🔠 शब्द खोज खेल - फूलदेई से जुड़े नए शब्दों की खोज करना।
🎨 चित्रकारी प्रतियोगिता - बच्चों को "फूलदेई पर्व" का चित्र बनवाना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 सामाजिक अध्ययन - विभिन्न राज्यों के लोक त्योहारों की जानकारी।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, विशेषण, क्रिया और शब्द निर्माण।
🎭 नाटक और कला - त्योहार का मंचन और लोकगीत गवाना।
🎵 संगीत - पारंपरिक गीतों को गाने का अभ्यास।
🤝 नैतिक शिक्षा - समुदाय सेवा और प्रकृति प्रेम पर चर्चा।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - फूलदेई पर्व के पारंपरिक चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - उत्तराखंड के त्योहारों पर डॉक्यूमेंट्री
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - "सही विकल्प चुनो", "रिक्त स्थान भरो"
🎭 रंगमंच सामग्री - पारंपरिक वेशभूषा और सजावट।

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "फूलदेई पर्व कैसे मनाया जाता है?"
  • "हम फूलों से क्या सीख सकते हैं?"
  • "क्या आपके क्षेत्र में कोई ऐसा त्योहार मनाया जाता है?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरें" - फूलदेई पर्व से जुड़े शब्द।
  • "सही और गलत का मिलान" - त्योहार से संबंधित तथ्यों की पहचान।
  • "फूलदेई पर्व का वर्णन अपने शब्दों में करो।"

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से फूल सजाने की गतिविधि करवाई जाए।
  • बच्चों से प्रकृति से संबंधित कोई पहल करने के लिए प्रेरित किया जाए।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ त्योहार के चित्र और वीडियो दिखाकर समझाना।
✔️ त्योहार के सरल पहलुओं को दोहराना।
✔️ खेल-खेल में शब्दावली सिखाना

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "भारत के अन्य लोक त्योहारों पर निबंध लिखवाना।"
✔️ "यदि तुम फूलदेई मनाने जाओ तो क्या करोगे?" गतिविधि करवाना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ गतिविधियों और चर्चाओं के माध्यम से पाठ को रोचक बनाना।

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को समान रूप से भाग लेने देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - वीडियो, चित्र और सरल भाषा का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार कार्य देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - भारत के विभिन्न राज्यों में मनाए जाने वाले त्योहारों पर चर्चा।

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पाठ योजना

अध्याय 10: रस्साकशी (कविता)

(कवि - कन्हैया लाल मत्त)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह कविता "रस्साकशी" खेल के बारे में है, जिसमें दो टीमें एक-दूसरे को खींचती हैं। इसमें टीम वर्क, मेहनत, संतुलन और जीत की खुशी को दर्शाया गया है।

यह कविता बच्चों को खेल और टीम भावना का महत्व समझाती है।
जोश, मेहनत और संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा देती है।
शब्दों की तुकबंदी और लय को सीखने में मदद करती है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

कविता को लय और उच्चारण के साथ पढ़ सकेंगे।
टीम वर्क और संतुलन के महत्व को समझ सकेंगे।
कविता में प्रयुक्त नए शब्दों को पहचान सकेंगे।
खेलों के प्रति रुचि बढ़ेगी और शारीरिक गतिविधि का महत्व समझेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 खेल गतिविधि - बच्चों को रस्साकशी खेल में भाग लेने देना।
📌 शब्द खेल - कविता से तुकांत शब्द ढूँढना।
📌 नाट्य रूपांतरण - कविता को अभिनय के माध्यम से प्रस्तुत करना।
📌 तुकबंदी जोड़ो - कविता की तुक से मिलते नए शब्द बनवाना।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎭 रस्साकशी खेलो - खेल खेलकर कविता को अनुभव करें।
📝 शब्द पहचान खेल - तुकांत शब्दों को पहचानें।
🔠 रिक्त स्थान भरो - कविता के अधूरे वाक्य पूरे करें।
🎨 खेल का चित्र बनाओ - कविता के दृश्य बनवाएँ।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 शारीरिक शिक्षा (Physical Education) - रस्साकशी जैसे खेलों के माध्यम से शारीरिक फिटनेस और संतुलन का विकास।
✍️ हिंदी व्याकरण - कविता में प्रयुक्त तुकांत शब्दों, संज्ञा, विशेषण और क्रिया की पहचान।
🎭 नाटक और कला - रस्साकशी खेल का नाटकीय प्रस्तुतिकरण।
🎵 संगीत - कविता को लयबद्ध रूप में पढ़ने और उससे संबंधित गीत गाने की गतिविधि।
🤝 नैतिक शिक्षा - टीम वर्क, अनुशासन और खेल भावना के महत्व पर चर्चा।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - रस्साकशी खेल पर आधारित वीडियो
🎭 खेल सामग्री - रस्साकशी के लिए रस्सी
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - रिक्त स्थान भरो, सही जोड़ी बनाओ
🖼 चित्र और पोस्टर - रस्साकशी खेल के दृश्य

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "रस्साकशी खेल में कौन-कौन भाग लेते हैं?"
  • "इस खेल में जीतने के लिए क्या ज़रूरी है?"
  • "क्या तुमने कभी रस्साकशी खेला है? तुम्हारा अनुभव कैसा था?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरो" - कविता की अधूरी पंक्तियाँ पूरी करें।
  • "तुकांत शब्दों का मिलान करें।"
  • "रस्साकशी खेल का वर्णन अपने शब्दों में करो।"

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों को कक्षा में रस्साकशी खेलवाना।
  • समूहों में बच्चों को यह खेल खेलने और अनुभव साझा करने देना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ कविता के तुकांत शब्दों को बार-बार दोहराना।
✔️ चित्रों और ऑडियो की मदद से कविता को रोचक बनाना।
✔️ छोटे-छोटे भागों में कविता पढ़ाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "रस्साकशी खेल" पर एक संवाद या अनुच्छेद लिखवाना।
✔️ "रस्साकशी जैसे अन्य खेलों की सूची बनाने" की गतिविधि करवाना।
✔️ "अगर तुम रस्साकशी टीम के कप्तान होते तो क्या करते?" इस पर चर्चा करवाना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ खेल गतिविधियों को शामिल कर रस्साकशी का व्यावहारिक अनुभव देना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - वीडियो, चित्र और सरल भाषा का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार कार्य देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - भारत के विभिन्न पारंपरिक खेलों पर चर्चा।

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पाठ योजना

अध्याय 11: एक जादुई पटारा (कविता)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

"एक जादुई पटारा" एक रोचक कल्पनात्मक कविता है, जिसमें एक बच्चे को एक जादुई डिब्बा (पटारा) मिलता है। जब वह उसे खोलता है, तो उसमें से गोल-गोल गोला, कठपुतली, ऊँट, सुपारी, आटा, नारियल, घोड़ा और गुब्बारा निकलते हैं।

यह कविता बच्चों की कल्पनाशक्ति और जिज्ञासा को बढ़ाती है।
गिनती, शब्दों की तुकबंदी और कविता की लय को रोचक ढंग से प्रस्तुत करती है।
बच्चों को कल्पना की उड़ान भरने और नए विचार विकसित करने की प्रेरणा देती है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
कविता को लय और तुकबंदी के साथ पढ़ सकेंगे।
कविता में प्रयुक्त शब्दों और संख्याओं की पहचान कर सकेंगे।
कल्पनाशीलता और रचनात्मकता को विकसित कर सकेंगे।
कविता में प्रयुक्त नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।
स्वयं की कल्पना से एक नई कविता या कहानी बना सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्र और कठपुतलियों का प्रयोग - कविता में आए पात्रों के चित्र दिखाना।
📌 खेल-खेल में सीखना - "यदि तुम्हें जादुई पटारा मिले तो तुम उसमें क्या देखना चाहोगे?" पर चर्चा।
📌 तुकांत शब्द खोजो - कविता में आए शब्दों की तुक मिलाना।
📌 कविता अभिनय - छात्रों से कविता का नाटकीय प्रस्तुतिकरण करवाना।
📌 कल्पना और लेखन - "मुझे एक जादुई डिब्बा मिले तो मैं उसमें क्या रखूँगा?" इस पर निबंध लिखवाना।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎭 कविता का मंचन - बच्चे कविता में आए पात्रों का अभिनय करें।
🎨 चित्र बनाओ - बच्चों को "जादुई पटारा" का चित्र बनाने को कहना।
📝 शब्द जोड़ो - तुकांत शब्दों को खोजकर वाक्य बनाना।
🔠 रिक्त स्थान भरो - कविता की अधूरी पंक्तियाँ पूरी करना।
📜 अपना जादुई पटारा बनाओ - बच्चे खुद का "जादुई डिब्बा" बनाएँ और उसमें चीजें जोड़ें।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 गणित - कविता में आए संख्याओं पर चर्चा करना।
✍️ हिंदी व्याकरण - तुकांत शब्द, विशेषण, संज्ञा की पहचान।
🎭 नाटक और कला - कठपुतली नाटक करना।
🎵 संगीत - कविता को सुर में गाना।
🤝 नैतिक शिक्षा - कल्पना शक्ति और रचनात्मकता का विकास।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - जादुई पटारा और कविता में आए पात्रों के चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - कविता के एनिमेटेड वीडियो
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - सही जोड़ी बनाओ, रिक्त स्थान भरो
🎭 रंगमंच सामग्री - कठपुतलियाँ और मुखौटे

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "जादुई पटारा खोलने पर क्या-क्या निकला?"
  • "तुम्हें जादुई पटारा मिले तो उसमें क्या होगा?"
  • "कविता में कितनी संख्या के शब्द आए हैं?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरें" - कविता की अधूरी पंक्तियाँ पूरी करें।
  • "सही और गलत का मिलान" - कविता से जुड़े तथ्यों की पहचान।
  • "अपनी कल्पना से एक कविता बनाओ।"

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से कविता का अभिनय करवाना।
  • कठपुतली नाटक के माध्यम से कविता प्रस्तुत करना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ कविता के तुकांत शब्दों को बार-बार दोहराना।
✔️ चित्रों और ऑडियो की मदद से कविता को रोचक बनाना।
✔️ छोटे-छोटे भागों में कविता पढ़ाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "अपना जादुई डिब्बा बनाओ" गतिविधि देना।
✔️ "नई कल्पनाशील कविता लिखने" के लिए प्रेरित करना।
✔️ कविता में संख्याओं को जोड़कर गणितीय गतिविधि कराना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ कविता को अभिनय और कठपुतली के माध्यम से पढ़ाना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - ऑडियो सामग्री का उपयोग।
📜 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार कार्य देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - विभिन्न संस्कृतियों में कल्पनाशील कथाओं पर चर्चा।

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पाठ योजना

अध्याय 12: अपना-अपना काम (कहानी)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

इस कहानी में सिमरन नाम की लड़की पढ़ाई से ऊबकर मधुमक्खी, पेड़ और चिड़िया की तरह जीवन बिताने की कल्पना करती है। लेकिन जब उसे पता चलता है कि हर कोई परिश्रम करता है, तो वह मेहनत का महत्व समझकर पढ़ाई पर ध्यान देने का निर्णय लेती है।

यह पाठ परिश्रम, जिम्मेदारी और मेहनत के महत्व को दर्शाता है।
बच्चों को हर कार्य की महत्ता और मेहनत का मूल्य समझाने में मदद करता है।
यह उन्हें अपने कर्तव्यों को निष्ठा और समर्पण के साथ निभाने की प्रेरणा देता है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

हर जीव के कार्य की महत्ता को समझ सकेंगे।
परिश्रम और धैर्य के महत्व को पहचान सकेंगे।
कहानी में प्रयुक्त नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।
अपनी दिनचर्या में जिम्मेदारी और मेहनत का समावेश कर सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 भूमिका निभाना - बच्चों से मधुमक्खी, पेड़ और चिड़िया के रूप में कार्य करवाना।
📌 चित्र गतिविधि - कहानी के विभिन्न पात्रों से जुड़े चित्र बनवाना।
📌 समूह चर्चा - "हम अपने घर में कौन-कौन से काम करते हैं?"
📌 समस्या समाधान - "यदि हम कोई काम न करें तो क्या होगा?"

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎭 नाटक प्रस्तुत करना - कहानी के पात्रों की भूमिका निभाना।
📜 सही जोड़ी बनाओ - कहानी के पात्रों को उनके कार्यों से जोड़ना।
✍️ लेखन अभ्यास - "मेरी दिनचर्या" पर लेखन।
🎨 चित्र बनाओ - मधुमक्खी, चिड़िया और पेड़ का चित्र बनाना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 पर्यावरण अध्ययन (EVS) - विभिन्न जीवों की दिनचर्या और उनके कार्यों का महत्व।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, विशेषण, क्रिया और वाक्य निर्माण का अभ्यास।
🎭 नाटक और कला - कहानी के पात्रों के अभिनय द्वारा कार्यों के महत्व को समझना।
🎵 संगीत - परिश्रम और मेहनत से जुड़ी प्रेरणादायक कविताएँ और गीत गाना।
🤝 नैतिक शिक्षा - आत्मनिर्भरता, परिश्रम और अनुशासन के महत्व पर चर्चा।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - कहानी के पात्रों और उनके कार्यों से संबंधित चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - मेहनत और जिम्मेदारी पर आधारित शैक्षिक वीडियो
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - कहानी से जुड़े सही उत्तर चुनना, रिक्त स्थान भरना
🎭 रंगमंच सामग्री - नाटक के लिए आवश्यक वस्त्र और सामान

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "कहानी में सिमरन ने क्या सीखा?"
  • "मधुमक्खी, चिड़िया और पेड़ अपने कार्य क्यों करते हैं?"
  • "यदि हम कोई भी काम न करें तो क्या होगा?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरें" - कहानी के मुख्य बिंदुओं को पूरा करें।
  • "सही और गलत का मिलान करें।"
  • "मेहनत का महत्व" विषय पर 5 वाक्य लिखें।

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से घर या स्कूल में कोई कार्य करने को कहना और अनुभव साझा करना।
  • कहानी के पात्रों का अभिनय करवाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ चित्रों और वीडियो की मदद से कहानी को रोचक बनाना।
✔️ कहानी के मुख्य अंशों को बार-बार दोहराना।
✔️ छोटे-छोटे अभ्यास देकर उत्तर लिखने की आदत डालना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "अगर तुम सिमरन होते तो क्या करते?" पर चर्चा करवाना।
✔️ "मेहनत और आलस्य" पर निबंध लिखने को देना।
✔️ कहानी का नया अंत बनाने के लिए कहना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ कहानी के संदेश को समझाने के लिए गतिविधियाँ करवाना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - वीडियो, चित्र और सरल भाषा का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार भूमिका देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - विभिन्न समाजों में मेहनत और कार्य विभाजन पर चर्चा।

 

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पाठ योजना

अध्याय 14: किसान की होशियारी (कहानी)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

"किसान की होशियारी" एक शिक्षाप्रद कहानी है, जिसमें एक चतुर किसान अपनी बुद्धिमानी से एक धोखेबाज सेठ से अपना अधिकार वापस ले लेता है। कहानी यह सिखाती है कि बुद्धिमत्ता और संयम से किसी भी समस्या का हल निकाला जा सकता है।

यह कहानी चतुराई, आत्मविश्वास और न्यायप्रियता को दर्शाती है।
बच्चों में सही और गलत में अंतर करने की समझ विकसित करती है।
उन्हें बुद्धि और तर्क का सही उपयोग करने की प्रेरणा देती है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
कहानी के पात्रों और उनकी विशेषताओं को समझ सकेंगे।
बुद्धिमानी और न्यायप्रियता के महत्व को पहचानेंगे।
सही और गलत में अंतर करने की क्षमता विकसित करेंगे।
संवाद लेखन और समस्या समाधान में रुचि लेंगे।
कहानी में प्रयुक्त नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्र-वाचन गतिविधि - सेठ और किसान के चित्र दिखाकर चर्चा।
📌 भूमिका निभाने की गतिविधि - बच्चों से कहानी के पात्रों का अभिनय करवाना।
📌 सुनकर उत्तर देना - शिक्षक कहानी पढ़ें और छात्र उसका सारांश सुनाएँ।
📌 समस्या समाधान चर्चा - "अगर तुम किसान की जगह होते तो क्या करते?"
📌 न्याय पर आधारित चर्चा - "सही और गलत में कैसे अंतर करें?"

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎭 नाटक प्रस्तुत करना - "किसान की होशियारी" कहानी का मंचन करवाना।
📝 संवाद लेखन - बच्चों से कहानी के पात्रों के बीच नया संवाद तैयार करवाना।
🔠 शब्द खोज खेल - कहानी में आए कठिन शब्दों को पहचानना और उनके अर्थ लिखवाना।
🎨 चित्र बनाओ और कहानी कहो - छात्रों से कहानी का कोई दृश्य बनवाना।
🤔 न्याय पर चर्चा - "क्या सेठ का व्यवहार सही था?" इस पर वाद-विवाद करवाना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 सामाजिक अध्ययन - समाज में न्याय और अधिकारों पर चर्चा।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, विशेषण, विलोम शब्द और संवाद लेखन।
🎭 नाटक और कला - संवादों के आधार पर नाटक तैयार करना।
🎵 संगीत - किसान और मेहनतकश लोगों पर आधारित गीत गवाना।
🤝 नैतिक शिक्षा - न्याय, ईमानदारी और तर्कशीलता पर चर्चा।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - किसान, सेठ, गाँव के दृश्य
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - न्याय और बुद्धिमत्ता पर आधारित वीडियो
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - सही उत्तर पहचानो, रिक्त स्थान भरो
🎭 रंगमंच सामग्री - नाटकीय प्रस्तुति के लिए वस्त्र और सामान

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "कहानी के सबसे चतुर पात्र कौन थे?"
  • "सेठ ने किसान के साथ क्या किया?"
  • "अगर तुम किसान की जगह होते, तो तुम क्या करते?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरो" - संवादों के सही शब्दों को पहचानना।
  • "सही और गलत का मिलान" - कहानी से जुड़े तथ्यों की पहचान।
  • "संवाद पूरा करो" - अधूरे संवादों को पूरा करना।

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से कहानी का मंचन करवाना।
  • संवादों को सही उच्चारण के साथ पढ़वाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ छोटे-छोटे संवाद देकर अभ्यास करवाना।
✔️ चित्रों और वीडियो की मदद से कहानी समझाना।
✔️ संवादों को बार-बार पढ़वाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ नए संवाद बनाने और लिखने को कहना।
✔️ "अगर कहानी का अंत बदलना हो तो तुम क्या करोगे?" इस पर लेखन गतिविधि।
✔️ संवादों को नए तरीके से प्रस्तुत करने के लिए कहना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ नाटक का मंचन करवाना और सभी को भाग लेने का अवसर देना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - संवादों को सरल भाषा में समझाना।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार कार्य देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - न्यायप्रियता और ईमानदारी से जुड़ी कहानियों को साझा करना।

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पाठ योजना

अध्याय 15: आनंदमयी कविता (कवि - सोहनलाल द्विवेदी)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह कविता राष्ट्रप्रेम, भारतीय संस्कृति, प्रकृति और गौरवशाली इतिहास पर आधारित है। कवि भारत की महानता का वर्णन करते हुए इसे अन्य देशों से श्रेष्ठ बताते हैं। कविता में हिमालय को मुकुट, गंगा-यमुना को पवित्र धारा, खेतों को सोने की खान और भारतीय महापुरुषों को अमूल्य रत्न बताया गया है।

यह कविता भारत के प्रति प्रेम और गौरव की भावना जगाती है।
देशभक्ति, सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्रीय प्रतीकों की जानकारी देती है।
बच्चों को काव्यात्मक अभिव्यक्ति और तुकबंदी से परिचित कराती है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
भारत के प्राकृतिक और सांस्कृतिक सौंदर्य को समझ सकेंगे।
देशप्रेम और राष्ट्र के प्रति सम्मान की भावना विकसित कर सकेंगे।
तुकांत शब्दों की पहचान और प्रयोग कर सकेंगे।
कविता में प्रयुक्त नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।
देश के प्रसिद्ध महापुरुषों के योगदान को जान सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्रों के माध्यम से शिक्षण - भारत के प्राकृतिक सौंदर्य, महापुरुषों और राष्ट्रीय धरोहरों के चित्र दिखाना।
📌 देशभक्ति गीत गायन - कविता को संगीत के साथ गाने की गतिविधि करवाना।
📌 भूमिका निभाना - छात्रों से भारत के महापुरुषों की भूमिका निभाने को कहना।
📌 कविता अभिनय - कविता को नाटकीय ढंग से प्रस्तुत करवाना।
📌 विचार-विमर्श - "हमें अपने देश पर गर्व क्यों करना चाहिए?" विषय पर चर्चा।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎨 चित्रकारी प्रतियोगिता - "मेरा भारत महान" थीम पर चित्र बनवाना।
📝 निबंध लेखन - "भारत की विशेषताएँ" पर लेख लिखवाना।
🔠 तुकांत शब्द खोजो - कविता में आए तुकांत शब्दों की सूची बनाना।
🎭 महापुरुषों का अभिनय - राम, कृष्ण, गांधीजी आदि की भूमिका निभाना।
📜 कविता वाचन - लय के साथ कविता पढ़ने की प्रतियोगिता करवाना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 सामाजिक अध्ययन - भारत की भौगोलिक और सांस्कृतिक विविधता।
✍️ हिंदी व्याकरण - तुकांत शब्द, विशेषण, विलोम शब्द, संज्ञा आदि की पहचान।
🎭 नाटक और कला - कविता के भावों को अभिनय के माध्यम से व्यक्त करना।
🎵 संगीत - देशभक्ति गीतों का अभ्यास करवाना।
🤝 नैतिक शिक्षा - देश के प्रति कर्तव्यों और जिम्मेदारियों पर चर्चा।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - भारत की महान धरोहरों और महापुरुषों के चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - राष्ट्रप्रेम पर आधारित प्रेरणादायक वीडियो
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - तुकांत शब्द जोड़ो, रिक्त स्थान भरो
🎭 रंगमंच सामग्री - महापुरुषों की वेशभूषा और झंडा

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "भारत को अन्य देशों से श्रेष्ठ क्यों कहा गया है?"
  • "कविता में भारत की किन-किन विशेषताओं का उल्लेख किया गया है?"
  • "यदि तुम्हें अपने देश के लिए कुछ करना हो, तो क्या करोगे?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरो" - कविता की अधूरी पंक्तियाँ पूरी करें।
  • "सही और गलत का मिलान करें।"
  • "भारत के किन महापुरुषों का नाम कविता में आया है?"

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों को भारत का नक्शा बनाकर उसमें प्रसिद्ध स्थानों को चिह्नित करने को कहना।
  • समूहों में भारत पर आधारित पोस्टर बनवाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ कविता को छोटे-छोटे अंशों में दोहराना।
✔️ चित्रों और ऑडियो की मदद से कविता को रोचक बनाना।
✔️ तुकांत शब्दों की बार-बार पुनरावृत्ति करवाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "भारत की महानता" विषय पर विस्तृत लेखन गतिविधि करवाना।
✔️ देशभक्ति पर आधारित नई कविता लिखने को कहना।
✔️ "यदि तुम प्रधानमंत्री होते, तो भारत के लिए क्या करते?" इस पर चर्चा करवाना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ कविता को अभिनय और देशभक्ति गीतों के माध्यम से पढ़ाना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को समान रूप से भाग लेने देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - ऑडियो सामग्री और दृश्य सहायक सामग्री का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार भूमिका देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - भारत की विविधता पर चर्चा करना।

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पाठ योजना

अध्याय 16: चंद्रयान (संवाद आधारित पाठ)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

यह पाठ चंद्रयान मिशन पर आधारित एक संवाद है, जिसमें शिक्षक और छात्र चाँद, अंतरिक्ष और वैज्ञानिक उपलब्धियों पर चर्चा करते हैं। बच्चों को चंद्रयान-1, 2 और 3 के बारे में जानकारी मिलती है और वे समझते हैं कि भारत ने चंद्रयान-3 के माध्यम से चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का पहला सफल प्रयास किया।

यह पाठ बच्चों में अंतरिक्ष, विज्ञान और खोजी प्रवृत्ति विकसित करता है।
बच्चों को चंद्रयान मिशन और अंतरिक्ष यात्राओं की मूलभूत जानकारी देता है।
भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों पर गर्व और प्रेरणा उत्पन्न करता है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
चंद्रयान मिशन की महत्ता को समझ सकेंगे।
चाँद की विशेषताओं और अंतरिक्ष यात्राओं की जानकारी प्राप्त करेंगे।
संवाद शैली और वैज्ञानिक विषयों पर चर्चा करने की क्षमता विकसित करेंगे।
अंतरिक्ष में मानव और मशीनों की भूमिका को पहचान सकेंगे।
भारतीय वैज्ञानिक उपलब्धियों पर गर्व महसूस करेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्रों के माध्यम से शिक्षण - चंद्रयान-3, विक्रम लैंडर, प्रज्ञान रोवर और चाँद के चित्र दिखाना।
📌 नाटक और संवाद गतिविधि - बच्चों को वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों की भूमिका निभाने को कहना।
📌 विज्ञान चर्चा - "अगर तुम चाँद पर जा सकते, तो क्या करते?" विषय पर बातचीत।
📌 वीडियो प्रस्तुति - चंद्रयान मिशन पर आधारित एनिमेशन या डॉक्यूमेंट्री दिखाना।
📌 अनुसंधान गतिविधि - बच्चों को चाँद और अंतरिक्ष मिशन से जुड़ी जानकारी खोजने देना।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🚀 रॉकेट बनाओ - कागज और अन्य सामग्रियों से चंद्रयान मॉडल बनाना।
🎭 संवाद अभिनय - बच्चों को वैज्ञानिक और शोधकर्ता बनाकर संवाद प्रस्तुत करना।
🔠 शब्द खोज खेल - अंतरिक्ष से जुड़े नए शब्दों की सूची बनाना।
📜 निबंध लेखन - "अगर मैं वैज्ञानिक होता/होती, तो मैं क्या खोजता/खोजती?"
🖼 चित्र बनाओ - चाँद, चंद्रयान और अंतरिक्ष से जुड़े दृश्य बनवाना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 विज्ञान (EVS) - अंतरिक्ष, चाँद की विशेषताएँ, पृथ्वी और अन्य ग्रह।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, क्रिया, विशेषण और संवाद लेखन।
🎭 नाटक और कला - संवादों के माध्यम से वैज्ञानिक उपलब्धियाँ दिखाना।
🎵 संगीत - "चाँद से जुड़ी कविताएँ और गीत" गवाना।
🤝 नैतिक शिक्षा - विज्ञान, शोध और मेहनत का महत्व समझाना।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - चंद्रयान-1, 2, 3 और चाँद की सतह के चित्र
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - चंद्रयान मिशन पर आधारित वीडियो और डॉक्यूमेंट्री
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - सही उत्तर चुनो, रिक्त स्थान भरो, संवाद पूरा करो
🎭 रंगमंच सामग्री - वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों की भूमिका निभाने के लिए परिधान और मॉडल

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "चंद्रयान-3 मिशन क्या था और इसका क्या उद्देश्य था?"
  • "भारत का कौन-सा मिशन चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा?"
  • "अंतरिक्ष में जाने के लिए कौन-कौन से साधन उपयोग किए जाते हैं?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरो" - अंतरिक्ष और चंद्रयान से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य।
  • "सही और गलत का मिलान" - वैज्ञानिक उपलब्धियों से जुड़े तथ्य।
  • "चंद्रयान पर अपनी कल्पना से 5 वाक्य लिखें।"

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों को चंद्रयान और अंतरिक्ष से जुड़ा मॉडल बनाने को कहना।
  • बच्चों से रॉकेट प्रक्षेपण का वैज्ञानिक सिद्धांत समझने को कहना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ चित्रों और ऑडियो-वीडियो सामग्री की सहायता से समझाना।
✔️ छोटे-छोटे वैज्ञानिक तथ्य दोहराकर बताना।
✔️ संवाद पढ़वाकर और अभ्यास कराकर समझाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "अगर तुम वैज्ञानिक होते, तो क्या नया आविष्कार करते?" विषय पर निबंध लिखवाना।
✔️ बच्चों से अंतरिक्ष यात्रा से जुड़ी नई जानकारी खोजने को कहना।
✔️ "भारत के भविष्य के अंतरिक्ष मिशन" पर चर्चा करवाना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ विज्ञान प्रदर्शनी या प्रोजेक्ट वर्क के रूप में गतिविधियाँ करवाना।
✔️ मॉडल और पोस्टर बनवाकर चंद्रयान की कार्यप्रणाली समझाना।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान में रुचि लेने के लिए प्रेरित करना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - दृश्य, श्रव्य और व्यावहारिक गतिविधियों का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - सभी बच्चों की क्षमताओं के अनुसार विभिन्न भूमिकाएँ देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - विभिन्न देशों के अंतरिक्ष मिशनों पर चर्चा।

__________________________________________________________________________________________

 

पाठ योजना

अध्याय 17: बोलने वाली माँद (कहानी)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

"बोलने वाली माँद" पंचतंत्र की एक शिक्षाप्रद कहानी है, जो बुद्धिमानी और संकट से बाहर निकलने के उपाय को दर्शाती है। कहानी में एक भूखा शेर गुफा (माँद) में छिप जाता है ताकि उसमें रहने वाले जानवर को पकड़ सके। लेकिन एक चालाक गीदड़ (धधिपुछु) समझदारी से यह पहचान लेता है कि माँद में कोई खतरा है और अपनी बुद्धिमत्ता से खुद को बचा लेता है।

यह कहानी बुद्धिमानी, सतर्कता और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करती है।
बच्चों को धोखा पहचानने और संकट से बचने के तरीकों से अवगत कराती है।
यह कहानी बुद्धि बनाम बल के बीच अंतर स्पष्ट करती है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
बुद्धिमानी और सतर्कता के महत्व को समझ सकेंगे।
संकट को पहचानने और समस्या हल करने की क्षमता विकसित करेंगे।
संवादों का सही प्रयोग और कहानी के तात्पर्य को समझ सकेंगे।
कहानी में प्रयुक्त नए शब्दों का अर्थ समझकर वाक्य बना सकेंगे।
अन्य पंचतंत्र की कहानियों में इसी प्रकार की नैतिक शिक्षा खोज सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्र-वाचन गतिविधि - शेर, गीदड़ और माँद के चित्र दिखाकर चर्चा।
📌 भूमिका निभाने की गतिविधि - बच्चों से कहानी का अभिनय करवाना।
📌 सुनकर उत्तर देना - शिक्षक कहानी पढ़ें और छात्र उसका सारांश सुनाएँ।
📌 समस्या समाधान चर्चा - "अगर तुम गीदड़ की जगह होते तो क्या करते?"
📌 अन्य पंचतंत्र की कहानियों से तुलना - "कौन-सी कहानी इससे मिलती-जुलती है?"

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎭 नाटक प्रस्तुत करना - "बोलने वाली माँद" कहानी का मंचन करवाना।
📝 संवाद लेखन - बच्चों से कहानी के पात्रों के बीच नया संवाद तैयार करवाना।
🔠 शब्द खोज खेल - कहानी में आए कठिन शब्दों को पहचानना और उनके अर्थ लिखवाना।
🎨 चित्र बनाओ और कहानी कहो - छात्रों से कहानी का कोई दृश्य बनवाना।
🤔 न्याय पर चर्चा - "क्या शेर का व्यवहार सही था?" इस पर वाद-विवाद करवाना।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 सामाजिक अध्ययन - जंगलों और वन्य जीवों के संरक्षण पर चर्चा।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, विशेषण, क्रिया, पर्यायवाची शब्द।
🎭 नाटक और कला - संवादों के आधार पर नाटक तैयार करना।
🎵 संगीत - पंचतंत्र की कहानियों पर आधारित गीत गवाना।
🤝 नैतिक शिक्षा - संकट में सही निर्णय लेने और सूझबूझ का उपयोग करने की सीख।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🖼 चित्र और पोस्टर - शेर, गीदड़, माँद और जंगल के दृश्य
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - पंचतंत्र की कहानियों पर आधारित वीडियो
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - सही उत्तर पहचानो, रिक्त स्थान भरो
🎭 रंगमंच सामग्री - नाटकीय प्रस्तुति के लिए वस्त्र और मुखौटे

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "कहानी में सबसे चतुर पात्र कौन था?"
  • "गीदड़ को कैसे पता चला कि माँद में कोई खतरा है?"
  • "अगर तुम गीदड़ की जगह होते, तो तुम क्या करते?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरो" - कहानी के मुख्य बिंदुओं को पूरा करें।
  • "सही और गलत का मिलान करें।"
  • "बुद्धिमानी से जुड़ी कोई और कहानी लिखें।"

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से कहानी का मंचन करवाना।
  • संवादों को सही उच्चारण के साथ पढ़वाना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ छोटे-छोटे संवाद देकर अभ्यास करवाना।
✔️ चित्रों और वीडियो की मदद से कहानी समझाना।
✔️ संवादों को बार-बार पढ़वाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ नए संवाद बनाने और लिखने को कहना।
✔️ "अगर कहानी का अंत बदलना हो तो तुम क्या करोगे?" इस पर लेखन गतिविधि।
✔️ संवादों को नए तरीके से प्रस्तुत करने के लिए कहना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ नाटक का मंचन करवाना और सभी को भाग लेने का अवसर देना।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - संवादों को सरल भाषा में समझाना।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - हर बच्चे की क्षमता के अनुसार कार्य देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - पंचतंत्र की अन्य कहानियों से तुलना करना।

 

__________________________________________________________________________________________

 

पाठ योजना

अध्याय 18: हम अनेक किंतु एक (निबंध)

 

1. पाठ का सारांश (Gist of the Lesson)

"हम अनेक किंतु एक" पाठ भारत की विविधता में एकता की विशेषता को दर्शाता है। इसमें बताया गया है कि हमारे देश में भाषाएँ, धर्म, रीति-रिवाज, खान-पान, पहनावा और त्योहार अलग-अलग होते हुए भी हम सब भारतीय हैं। यह पाठ सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता और एकता की भावना को विकसित करता है।

यह पाठ बच्चों को भारत की सांस्कृतिक विविधता और राष्ट्रीय एकता का महत्व समझाता है।
बच्चों में सभी धर्मों, संस्कृतियों और परंपराओं के प्रति सम्मान और सहिष्णुता विकसित करता है।
उन्हें सामूहिकता, भाईचारा और एकता के महत्व से अवगत कराता है।

 

2. विशिष्ट अधिगम परिणाम (Specific Learning Outcomes)

पाठ पूरा करने के बाद छात्र:
भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को समझ सकेंगे।
अनेकता में एकता का वास्तविक अर्थ पहचान सकेंगे।
सहिष्णुता और भाईचारे का महत्व समझ सकेंगे।
विभिन्न धर्मों और त्योहारों की विशेषताओं को जान सकेंगे।
स्वयं की संस्कृति और अन्य संस्कृतियों के बीच समानताओं को खोज सकेंगे।

 

3. अनुभवात्मक शिक्षण रणनीतियाँ (Experiential Learning Strategies)

📌 चित्रों के माध्यम से शिक्षण - भारत के विभिन्न राज्यों, त्योहारों, पहनावे और खान-पान के चित्र दिखाना।
📌 भूमिका निभाने की गतिविधि - छात्रों को विभिन्न राज्यों की पोशाक और भाषा में संवाद बोलने देना।
📌 अवलोकन और चर्चा - "हमारे घरों में कौन-कौन से त्योहार मनाए जाते हैं?" विषय पर चर्चा।
📌 कहानी सुनाना और बातचीत - "हमारी कक्षा में अलग-अलग भाषा और परंपरा के छात्र कैसे एकसाथ रहते हैं?"
📌 नक्शा गतिविधि - भारत का नक्शा दिखाकर विभिन्न राज्यों की पहचान करवाना।

 

4. व्यक्तिगत और समूह गतिविधियाँ (Individual & Group Activities)

🎭 वेशभूषा प्रदर्शनी - बच्चे अलग-अलग राज्यों की पोशाक पहनकर उसकी विशेषता बताएँ।
📝 निबंध लेखन - "मेरा भारत महान" विषय पर 5-10 वाक्य लिखवाना।
🔠 शब्द खोज खेल - भारत के विभिन्न राज्यों और त्योहारों से जुड़े शब्दों को पहचानना।
🎨 चित्र बनाओ - "भारत की एकता" विषय पर चित्र बनवाना।
🎤 कक्षा में भाषाई विविधता - बच्चे अपनी मातृभाषा में "नमस्ते" और "धन्यवाद" शब्द बोलें।

 

5. अंतरविषयक सम्पर्क और जीवन कौशल (Interdisciplinary Linkages & Life Skills)

📚 सामाजिक अध्ययन - भारत के विभिन्न राज्यों, उनकी भाषाओं और संस्कृतियों का अध्ययन।
✍️ हिंदी व्याकरण - संज्ञा, विशेषण, पर्यायवाची शब्द और विलोम शब्दों की पहचान।
🎭 नाटक और कला - विभिन्न संस्कृतियों पर आधारित नाट्य प्रस्तुति।
🎵 संगीत - "सारे जहाँ से अच्छा" और "विविधता में एकता" पर आधारित गीत गाना।
🤝 नैतिक शिक्षा - भाईचारा, सहयोग और सहिष्णुता पर चर्चा।

 

6. संसाधन (Resources)

📖 पाठ्यपुस्तक - "वीणा" (NCERT)
🗺 भारत का नक्शा - विभिन्न राज्यों को दिखाने के लिए।
📺 ऑडियो-विजुअल सामग्री - भारत की सांस्कृतिक विविधता पर आधारित वीडियो।
📜 कार्यपत्रक (Worksheets) - सही विकल्प चुनो, मिलान करो, रिक्त स्थान भरो।
🎭 रंगमंच सामग्री - विभिन्न राज्यों की पारंपरिक पोशाकें और झंडे।

 

7. मूल्यांकन सामग्री (Competency-Based Assessment)

मौखिक मूल्यांकन:

  • "हम अनेक होते हुए भी एक कैसे हैं?"
  • "क्या तुमने कभी किसी और राज्य के त्योहार मनाए हैं?"
  • "तुम्हारे विचार में भारत की सबसे बड़ी विशेषता क्या है?"

लिखित मूल्यांकन:

  • "रिक्त स्थान भरें" - भारत की संस्कृति से जुड़े तथ्यों को पूरा करें।
  • "सही और गलत का मिलान करें।"
  • "अनेकता में एकता" विषय पर 5 वाक्य लिखें।

व्यावहारिक मूल्यांकन:

  • बच्चों से भारत के नक्शे पर विभिन्न राज्यों की पहचान करवाना।
  • छात्रों को विभिन्न भाषाओं में "नमस्ते" और "धन्यवाद" बोलने के लिए प्रेरित करना।

 

8. फीडबैक और पुनः शिक्षण योजना (Feedback & Remedial Teaching Plan)

🔹 धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ भारत के विभिन्न राज्यों और उनकी संस्कृतियों के चित्र और वीडियो दिखाना
✔️ छोटे-छोटे भागों में पाठ को पढ़ाना और उसकी पुनरावृत्ति कराना।
✔️ "तुम्हारे राज्य की विशेषताएँ" पर चर्चा करवाना।

🔹 तेज़ सीखने वाले छात्रों के लिए:
✔️ "अगर तुम भारत के प्रधानमंत्री होते तो राष्ट्रीय एकता के लिए क्या करते?" विषय पर निबंध लिखवाना।
✔️ "भारत में कितनी भाषाएँ बोली जाती हैं?" इस पर शोध करने को कहना।
✔️ "विविधता में एकता पर एक कहानी" लिखने को कहना।

🔹 सभी छात्रों के लिए:
✔️ एक संस्कृति प्रदर्शनी आयोजित करना, जिसमें हर बच्चा किसी राज्य की परंपरा को दर्शाए।
✔️ अभ्यास पत्र तैयार करना, जिसमें सही जोड़ी बनाना, रिक्त स्थान भरना आदि हों।

 

9. समावेशी शिक्षण और लैंगिक संवेदनशीलता (Inclusive Practices & Gender Sensitivity)

🧑‍🤝‍🧑 सभी छात्रों को समान अवसर देना - लड़के और लड़कियों को बराबर भागीदारी देना।
👂 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए - दृश्य, श्रव्य और व्यावहारिक गतिविधियों का उपयोग।
🎭 भिन्न-भिन्न गतिविधियाँ - सभी बच्चों की क्षमताओं के अनुसार विभिन्न भूमिकाएँ देना।
🌍 सांस्कृतिक समावेशन - भारत की विविधता को दर्शाने के लिए अन्य देशों से तुलना करना।

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निष्कर्ष (Conclusion)

इन पाठ योजनाओं के माध्यम से शिक्षकों को हर अध्याय को रोचक और प्रभावी तरीके से पढ़ाने का अवसर मिलता है। इन योजनाओं में नाट्य रूपांतरण, कहानी कहने की विधियाँ, समूह चर्चा, संवाद लेखन, चित्रकला, व्यावहारिक गतिविधियाँ और मूल्यांकन तकनीकें शामिल हैं, जो बच्चों के सृजनात्मक सोच, भाषा कौशल और जीवन मूल्यों को विकसित करने में मदद करती हैं।

यदि शिक्षक इन योजनाओं का उपयोग कक्षा में करें, तो इससे बच्चों की समझ, आत्मविश्वास और भाषा दक्षता में सुधार होगा। इसके अलावा, ये पाठ योजनाएँ बच्चों को स्वतंत्र रूप से सोचने, तार्किक निर्णय लेने और नैतिक मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा देंगी।

यह सिर्फ एक शिक्षण प्रक्रिया नहीं, बल्कि बच्चों के समग्र विकास की दिशा में एक सशक्त कदम है, जो उन्हें भविष्य में बेहतर नागरिक और विचारशील इंसान बनने में मदद करेगा।

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